Communication क्या है | Communication Kya Hai

यदि आप भी Communication क्या है Communication Kya Hai के विषय मे जानकारी हासिल करने के लिए आए हो तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पर आये हो क्योंकि आज के इस लेख द्वारा हम आपको Communication Kya Hai के बारे मे ही बताने जा रहे है। हम आपको विस्तार से सारी चीजें समझाने वाले है। यदि आप दुसरो से अपने विचार को शेयर करना चाहते हो लेकिन आपको संचार के बारे मे जानकारी नही है तो आपको यह लेख Communication क्या है | Communication Kya Hai जरूर पढ़ना चाहिए ताकि आपको संचार क्या है के बारे मे सारी जानकारी प्राप्त हो सके।

आज के इस ब्लॉग पोस्ट के द्वारा हम आपको न सिर्फ Communication क्या है Communication Kya Hai के बारे जानकारी देंगे बल्कि इसके साथ कई अन्य सवालों के जवाब भी देने वाले है। इस लेख के माध्यम से आपको Communication क्या है? Communication के प्रकार कौन कौन से प्रकार हैं? Communication की प्रक्रिया कैसे संपन्न होती है? आदि जैसे कई अन्य सवालों के जवाब देने वाले है। अतः आप वाकई मे कंमुनिकेश के बारे मे जानना चाहते हो तो इस लेख मे आखिर तक बने रहियेगा ताकि संचार से जुड़ी हर एक चीज आपको अच्छे से समझ में आ सके।

Communication Kya Hai | Communication Meaning in Hindi

किसी भी जानकारी एवं सूचना के आदान प्रदान की प्रकिया को कम्युनिकेशन कहा जाता है। आज कल के समय में लोगों के पास अपने विचार और जानकारी को आदान प्रदान करने के बहुत से विकल्प है। केवल कुछ ही सेकंड या मिनट में कोई भी जानकारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास भेजी जा सकती है। आज के समय में एक दूसरे के साथ कम्यूनिकेट करना बहुत आसान हो गया है जिससे लोग एक दूसरे के साथ जुड़ें रहते हैं।

कम्युनिकेशन (संचार) शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द कम्यूनिस्ट शब्द से हुई हैं। कम्यूनिकेशन का सबसे अच्छा ऑप्शन हमारी आवाज़ हमारी भाषा होती है।

पहले के समय में जब कम्यूनिकेशन के साधनों की कमी थी तो किसी भी सूचना या जानकारी को भेजने तथा उसे प्राप्त करने में काफी ज्यादा समय लग जाता था। लेकिन आज टेक्नोलॉजी और इंटरनेट से सजी इस आधुनिक दुनिया में संचार (कम्युनिकेशन) के बहुत से साधन उपलब्ध हैं। आप कुछ ही इस समय में अपनी जानकारी का अदान प्रदान बहुत ही आसानी से कर सकते हैं। अब किसी से कहीं पर भी बड़ी ही सरलता से कम्यूनिकेट किया जा सकता है।

इस तकनीक से भरी हुई आधुनिक दुनिया में सभी व्यक्तियों को कम्यूनिकेशन की जरूरत होती है। हर व्यक्ति  संचार के साधनों की वजह से पूरी दुनिया से जुड़ा हुआ है तथा इन साधनों की वजह से हमारा जीवन सरल हो गया है।

Information Technology ने कम्यूनिकेशंस को और सरल बना दिया है। कम्यूनिकेशन में इंटरनेट सबसे ज्यादा प्रयोग में आता है। इंटरनेट के द्वारा हम अपनी किसी भी जानकारी को कम से कम समय में दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर कर सकते हैं। अब लोग अपने घर में बैठे बैठे एक देश से दूसरे देश तक अपनी जानकारी को बड़ी ही सरलता से पहुंचा सकते हैं तथा इसमें कम से कम समय लगता है।

वर्तमान के समय में कम्यूनिकेशन का सबसे पहला तथा सरल माध्यम हमारी भाषा तथा हमारी आवाज़ होती है। इन्हीं के माध्यम से मनुष्य अपने विचारों तथा भावो को किसी दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाता है तथा उस व्यक्ति से जुड़ा रहता है। अपनी बातचीत के माध्यम से व्यक्ति  अपने विचारों का आदान प्रदान करता है।

कम्यूनिकेशन के प्रकार कौन कौन से है?

Communication Kya Hai यह तो हमने आपको अच्छे से समझा दिया है। आइये अब जानते है की Communication के प्रकार कौन कौन से है?

1. Intrapersnoal Communication

व्यक्ति खुद से अकेले बात करता है जैसे कि व्यक्ति के मन कोई सोच विचार चलता है। यदि कोई व्यक्ति एक सपना देखता है या किसी के भी बारे में सोचता है या फिर व्यक्ति अपने दिमाग में कोई योजना बनाता है तो यह सब I Intrapersonal Communication के अंतर्गत आता है।

2. Interpersonal communication

जब दो व्यक्ति आपस में बात चीत करते हैं तथा अपने विचारों का आदान प्रदान करते हैं तो उसे Interpersonal Communication कहा जाता है। इस संचार में दो लोग शामिल होते हैं। यह कहीं भी कभी भी चित्र या संकेतों के रूप में हो सकती है। इसमें इन दो लोगों के मध्य में सीधा संपर्क होता है।

3. Group communication

जैसा कि इस के नाम से ही पता चल रहा है कि इसमें बहुत से लोग शामिल होते हैं। यह समूह संचार होता है। प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी एक समूह का सदस्य होता है। जब बहुत से व्यक्ति किसी एक ही विषय पर बात कर रहे होते हैं तो Group Communication उसे कहा जाता है।

4. Mass communication

Mass Communication का अर्थ जन संचार से होता है। मास कम्यूनिकेशन समूह संचार का बड़ा रूप होता है। इसका अर्थ संचार माध्यमों की सहायता से किसी भी सूचना को जनता तक पहुंचाना होता है। जन संचार का अर्थ किसी बड़े समूह के साथ संचार करने से होता है।

ऊपर दी गयी जानकारी को यदि आपने पढ़ा होगा तो हम यही आशा करते है की आपको कंमुनिकेशं के सामान्य प्रकारों के बारे मे अच्छे से पता चल गया होगा। 

Technology में Communication के प्रकार कौन कौन से है? 

सामान्य रूप से कंमुनिकेशं के प्रकारों की जानकारी हमने आपको प्रदान कर दी है। आइये चलिए अब टेक्नोलॉजी मे कंमुनिकेशं के प्रकार कौन कौन से है यह हम आपको बताते हैं। 

Simplex (सिंप्लेक्स)

केवल एक ही दिशा में अपनी सूचनाओं एवं डेटा को भेजना simplex (सिंप्लेक्स) कम्युनिकेशन कहलाता है। इसमें सेंटर केवल सूचना भेजता है तथा  रिसीवर उन सूचनाओं को प्राप्त करता है। 

जैसे: कीबोर्ड मॉनिटर तथा कंम्पूटर

Half duplex (हाफ डुप्लेक्स)

सेन्डर और रिसीवर के बीच में अदान प्रदान की गयी जानकारीयों को Half duplex (हाफ डुप्लेक्स) कहा जाता है लेकिन यह कम्युनिकेशन एक बार में एक तरह से ही संभव है। सेंडर और रिसीवर एक साथ एक ही समय में कम्युनिकेशन नहीं कर सकते यानी कि एक समय में सेन्डर या तो संचार भेज सकता है या फिर रिसीव कर सकता है।

Full duplex (फुल डुप्लेक्स)

एक ही समय में दोनों तरफ से डेटा या सूचनाओं आदान प्रदान को Full duplex (फुल डुप्लेक्स) कहा जाता है। आप एक ही समय में सूचनाओं को भेज भी सकते हैं ओर उन्हें रिसीव भी कर सकते हैं। जैसे: मोबाइल। 

टेक्नोलॉजी के अंतर्गत कंमुनिकेशं के प्रकार कौन कौन से है इसकी जानकारी हमने विस्तार से ऊपर आपको दी है। 

Communication प्रक्रिया कैसे संपन्न होती हैं? 

आइये अब हम आपको विस्तार से Communication प्रक्रिया के बारे मे बताने वाले है। 

communication के घटक

हम प्रतिदिन अपने जीवन में कम्यूनिकेशन प्रोसेसेस  का प्रयोग करते हैं। यह प्रोसेसेस कुछ इस प्रकार से है:

1.Sender/source (स्त्रोत) 

किसी भी जानकारी को दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाने वाला Sender कहलाता है। जब कोई व्यक्ति अपने विचारों का आदान प्रदान करता है और जिसके द्वारा कुछ बोला जा रहा होता है या किसी सूचना को भेजा जाता है उसे Sender कहते हैं।।

Message (संदेश) 

जब सेन्डर किसी व्यक्ति को कुछ कहता है तो उसे Message (संदेश) कहा जाता है। इसमें सेन्डर अपने मन में आये हुए विचारों को भेजता है।  यह किसी चित्र या संकेत रूप में भी हो सकते हैं।

Encoding (संकेतन) 

जब हम दी गयी जानकारी को समझने के लिए संकेतों का प्रयोग करते हैं तो उसे Encoding (संकेतन)  जाता है।

Medium (माध्यम) 

किसी भी संदेश या जानकारी को भेजने के लिये जिन साधनों का प्रयोग किया जाता है उन्हें Medium (माध्यम) कहा जाता है। इनकी सहायता से हम अपने संदेशों को दूसरों तक पहुंचाते हैं। यह कई प्रकार के हो सकते हैं।

Decoding (कूट संकेतन) 

यह वह प्रक्रिया है जिसमें प्राप्तकर्ता से Sender कूट संकेतों को प्राप्त करता है। 

Receiver (प्राप्तकर्ता) 

Sender द्वारा जिसके लिए यह संदेश भेजा जाता है उस संदेश को प्राप्त करने वालों का रिसीवर या प्राप्तकर्ता कहा जाता है। वह इन संदेशों को प्राप्त करके Sender द्वारा कही गयी बातों को  समझता है।

Feedback (प्रति पुष्टि) 

Feedback एक प्रकार की सूचना होती है जो Receiver द्वारा Sender दी जाती है। इससे Sender यह सोच पाता है कि उसके भेजे गए संदेश में बदलाव की कोई जरूरत तो नहीं है।

यह थी Communication में प्रक्रिया जिसको हमने आपको सरल से सरल शब्दों में समझाने का प्रयास किया है।

कंमुनिकेशं क्या है :– FAQs

Q.) Communication के कितने प्रकार होते हैं? 

Ans :-  Communication के Simplex (सिंप्लेक्स), Half Duplex (हाफ डुप्लेक्स) तथा Full Duplex (फुल डुप्लेक्स) तीन प्रकार होते है।

Q.) संचार की कितने तत्व है? 

Ans :- Message (मेसेज) Sender (सेंडर) medium (मेडिम) receiver (रेसेवियर) Feedback (फीडबैक)।

Q.) अच्छा Communication कौन सा है? 

Ans :- अच्छा Communication  बॉडी लैंग्वेज हैं जो की एक Non Verbal Communication है। 

Q.) कम्युनिकेशन स्किल कैसे सीखें?

Ans :- बॉडी लैंग्वेज सही रखे, बात ध्यान से सुने, व्यक्ति को समझे, सही शब्दों का प्रयोग, रोज प्रैक्टिस करे, पॉइंट टू पॉइंट बात करे, आई कांटेक्ट करे, कॉंफिडेंट रहे। 

Communication Kya Hai :– सारांश

Communication क्या है Communication Kya Hai इस विषय को आधार मानकर आज का यह आर्टिकल लिखा गया है जिसमें हमने कंमुनिकेशं क्या है? कंमुनिकेशं के प्रकार कौन कौन से है? टेक्नोलॉजी मे कंमुनिकेशं के प्रकार कौन कौन से है? कंमुनिकेशं की प्रक्रिया कैसे संपन्न होती है? आदि सवालों के जवाब दिये है। इसके साथ लेख से जुड़े कई अन्य प्रश्नो के उत्तर भी दिये है। अतः हम उम्मीद करते है की आपको यह लेख Communication Kya Ha जरूर पसंद आया होगा। इस Communication क्या है | Communication Kya Hai की जानकारी को शेयर जरूर करें।

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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…

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मेरा नाम पंकज कुमार है और मुझे इस ब्लॉग के माध्यम से अपने ज्ञान को इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ बांटना पसंद है। इस ब्लॉग के जरिए मैं टेक्नोलोजी से संबंधित जानकारियां शेयर करता हूं।

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