बैकअप (Backup) क्या है और Backup के प्रकार कौन कौन से है | Backup kya hota hai

यदि बैकअप क्या आप इस बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही ब्लॉग पर आए हैं। क्योंकि आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बैकअप क्या है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है। हम आपको विस्ता से सारी जानकारी समझाने वाले हैं। यदि आप बैकअप का यूज़ करना चाहते हैं और आपको यह पता नहीं है कि बैकअप क्या है और इसका उपयोग कैसे किया तो आपको ये लेख अवश्य बढ़ना चाहिए। ताकि आपको बैकअप के बारे में सारी जानकारी मिल सके।

हम आपको आज के इस लेख के दौरान न केवल बैकअप किया है के बारे में जानकारी देंगे बल्कि बैकअप का उपयोग कैसे किया जाता तथा बैकअप के क्या क्या लाभ हैं Backup kya hota hai जैसे कई सारे सवालों के जवाब देने वाले हैं। अगर आपको बैकअप के बारे में जानना है तो इस लेख को पूरा पढ़ें ताकि आपको बैकअप के बारे में संपूर्ण जानकारी मिल सके। तो ये बिना किसी देरी के जानते हैं कि बैकअप क्या है?

Back Up क्या है | Backup kya hota hai

बैकअप का मतलब एक और एक से अधिक फाइल कॉपी करने से होता है। इन फाइल्स को एक ऑल्टरनेटिव के हिसाब से बनाया जाता है ताकि अगर कभी ओरिजिनल डेटा लॉस्ट या लेट हो जाये या अन्युज्वल हो जाता है तब इसका इस्तेमाल किया जाता है।

ज़्यादातर हम हमारे डेटा को कंप्यूटर के हार्ड ड्राइव में सेव करके रखते हैं।ऐसा बहुत बार देखने में आया है कि हार्ड ड्राइव क्रैश कर जाता है। क्योंकि अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की तरह इसमें भी कई खराबियाँ होती है इसीलिए इन पर पूरी तरह से विश्वास नहीं किया जा सकता।

ऐसे ही मुश्किल समय में हमें डाटा बैकअप के महत्त्व का पता चलता है ये सिर्फ हार्डवेयर के मेल फंक्शन के लिए ही नहीं  बल्कि कई बार इसके लिए सॉफ्टवेयर मेल फंक्शन भी जिम्मेवार होता है।जैसे कि कई बार कंप्यूटर में वायरस आ जाता है या फिर कई बार Trozan सिस्टम के मेमोरी को corrupt कर जाए जिससे data  loss होता है। ऐसे ही बहुत से कारणों से हमारा डाटा लॉस हो जाता है।

इन सभी मुश्किलों से दूर होने के लिए आज हमारे पास बहुत सारे उपाय है जिससे हम अपनी इन्फॉर्मेशन को सिक्योर बैकअप कर सकते हैं। CD-R, DVD-R, USB thumb drives, External Drives और Cloud Storage  शामिल है। हम इन सबका यदि सही तरीके से उपयोग करे तो हम अपने महत्वपूर्ण डाटा का बैकअप कर सकते हैं तथा जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

Backup के प्रकार क्या क्या हैं? 

वैसे तो बैकअप के बहुत सारे प्रकार उपलब्ध है  ऐसे टर्म जिनका इस्तेमाल हम अपने डिजिटल कॉन्टेंट्स को बैकअप करने के लिए करते है। अब मैं आपको बैकअप के प्रकार के बारे में जानकारी देने जा रहा हूँ तथा बैकअप के ऐडवांटेज तथा डिसएडवांटेज के बारे में या आपको जानकारी देने जा रहा हूँ।

1) Full Backup

फुल बैकअप बैकअप गाय का ऐसा मेथड है जिससे बैकअप करने के लिए सारी फाइल सौर फ़ोल्डर को सेलेक्ट किया जाता है। इसे आम तौर Initial और First Backupके हिसाब से इस्तेमाल किया जाता है। जिसके उपरांत Incremental और Differential Backup किया जाता है। 

वैसे ही कई बार Incremental और Differential Backup करने के बाद ये बहुत ही common बात है कि हम फिर से फिर Fresh Full Backup से शुरू आ त करते है । Kuch लोग तो Smaller Folder और Projects  के लिए Full Backup करना पसंद करते है। 

Full Backup के क्या क्या उदाहरन है? 

यहा पर आप अपने प्रति दिन के task को Backup करते है। सभी backup के आखिर मे हमे हमारे सारे फाइल ओर फोल्डर प्राप्त हुए मिलेंगे। ऐसे मे हमे डाटा के loss होने का खतरा नही रहता।

 Advantages (लाभ)

  • Backup को रेस्टोर करना बहुत ही आसान तथा फास्ट है। क्योकि इसमें फाइल और फोल्डर की पूरी लिस्ट को एक ही Backup Set मे store किया जाता है। 
  • इसके साथ इन्हे अलग version के साथ Maintain करना तथा Restore करना बहुत ही आसान है। 

Disadvantages (हानि)

  • बैकअप करने में ज्यादा समय लग सकता है क्योंकि यहाँ सभी फाइल्स को बैकअप किया जाता है। और कई बार बैकअप टाइम बढ़ जाता है।
  • ये Incrementalऔर Differential Backup की तुलना मे ज्यादा Sapce कवर करता है क्योंकि यह बिलकुल सेम फाइल को रिपीटली स्टोर करता रहता है। जिससे हमारे स्टोरेज की बर्बादी होती है। 

2) Incremental Backup

Incremental Backup एक ऐसा बैकअप है जिसका प्रयोग पुराने डाटा को बदलने तथा नए डेटा को स्टोर करने में किया जाता है। Incremental Backup को करने के लिए पहले फुल बैकअप को करना अनिवार्य होता है। फुल बैकअप करने के बाद ही बैकअप में कोई बदलाव या रिस्टोर किया जा सकता है।

Thursday को Incremental Backup मे केबल वही file को Backup किया जायेगा । जिन्हे Manday  के बाद Change किया गया है तथा उनमे कुछ नये फाइल या फोल्डर Add किये गए है। ठीक इसी तरह आप इस दिन भी जिन फाइल को बदलेगे उनही फाइल को आगे Backup कर पायेंगे

Advantages (लाभ)

  •  Incremental Backup ये बहुत फास्ट बैकअप है
  • यहाँ पर स्टोरेज का कोई इफिशिएंट यूज़ नहीं होता है। यहाँ पर किसी फाइल की डुप्लिकेट कॉपी नहीं बनाई जाती। यहाँ पर बहुत ही कम स्टोरेज का यूज़ होता है।

Disadvantages (हानि)

  • यहाँ पर बैकअप बहुत ही स्लो होता है फुल बैकअप की तुलना से।
  • Incremental Backup मे रीस्टोर थोड़ी कॉम्प्लिकेटेड होते हैं इसे करने के लिए सभी बैकअप को पहले ही सेट करना पड़ता है।

3) Differential Backup

डिफरेंशियल बैकअप में पिछले हर बैकअप की एक अलग फाइल बनती है। हर बार बैकअप होने पर पिछले किये गए सभी बैकअप की कॉपी नया बैकअप के साथ सेब होती रहती है।डिफ़रेन्शियल बैकअप ऐसा बैकअप है जो डाटा को सुरक्षित रखता है। यह बैकअप पिछले की ये संपूर्ण बैकअप के बाद किए गए सभी  परिवर्तनों का संचयी बैकअप है। यानी पिछले सभी संपूर्ण बैकअप के बाद के अंतर।

डिफरेंशियल बैकअप में सबसे पहले फुल बैकअप किया जाता है। इसके बाद जो दूसरे बैकअप रन होते हैं वो ही चेंज किये जाते हैं। जो कि लास्ट फुल बैकअप के बाद होते हैं। डिफरेंशियल बैकअप बहुत ही तेज तथा तीव्र होता है।यह स्टोरेज स्पेस का बहुत ही कम इस्तेमाल करता है। फुल बैकअप की अपेक्षा इसमें रीस्टोर स्लो होता है।

Differential Backup का उदाहरण

यदि हम डिफरेन्शियल बैकअप को सेट कर दे तो मंडे की रात से फ्राइडे तक बैकअप करें सबसे पहले वाले बैकअप होगा बो मंडे को फुल बैकअप होगा। इसके बाद जो बैकअप होगा वो अगले दिनों होंगे। अगले दिनों में जो बैकअप होंगे उनमें वही बैकअप स्टोर होगा जो पहले वाले बैकअप से भिन्न होंगे  इसी तरह जो फाइल्स  चेंज किए जाएंगे वही कॉपी होंगे।

Advantages (लाभ)

  • डिफरेंशियल बैकअप बहुत ही फास्टर बैकअप होता है फुल बैकअप की तुलना में। इसमें स्टोरेज स्पेस को इफीसिएंट ली इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि इससे केवल चेंज किया गया डाटा ही बैकअप किया जाता है।
  • ये बहुत ही फास्ट बैकअप करता है इन्क्रीमेंटल बैकअप की तुलना में।

Disadvantages (हानि)

  • यहाँ पर इन्क्रीमेंटल बैकअप की तुलना में  डिफरेंशियल बैकअप बहुत ही स्लो होता है।डिफ़रेन्शियल बैकअप में एफिशिएंट स्टोरेज स्पेस का इस्तेमाल नहीं किया जाता। सारे फाइल जो ऐड किया जाता है उन्हें एडिट किया जाता है।
  • फुल बैकअप की तुलना में डिफ़रेन्शियल बैकअप में स्टोरेज बहुत ही स्लो होती है। स्टोरेज थोड़ा कॉम्प्लिकेटेड हो जाता है।

4) Mirror Backup

मिरर तो बैकअप एक ऐसा बैकअप है जिसमें किसी भी फाइल का स्टिक बैकअप होता है। इसमें किसी भी फाइल या डॉक्यूमेंट का इसी के समान बैकअप वन जाता है।यह फुल बैकअप की तरह ही होता है किंतु इसे सभी टूल्स के साथ एक्सेस नहीं कर सकते हैं। मिरर बैकअप को एक्सेस करने के लिए विंडोज एक्सप्लोरर जैसे टूल का इस्तेमाल किया जाता है।

मिरर बैकअप में जब भी फाइल को सिक्योर में डिलीट किया जाता है वही इसके बाद मिरर बैकअप में भी वो फाइल अपने आप ही डिलीट हो जाती है। इसीलिए मिर बैकअप का इस्तेमाल करते समय थोड़ी सावधानी बरतनी पड़ती है। अगर कभी कोई फाइल किसी भी वायरस के कारण डिलीट हो जाती है तो वह फाइल मिरर बैकअप से भी डिलीट हो जाती है। इसीलिए बहुत से लोग इसे बैकअप नहीं मानते है।

Advantages (लाभ)

  • यह बैकअप बहुत ही क्लीन होता है तथा इसमें कोई भी पुरानी Obsolete फाइल नहीं होती । 

Disadvantages (हानि)

  • इसमें अगर कोई सिक्योर फाइल गलती से डिलीट हो जाती है तो तो वह फाइल मिरर बैकअप से वि डिलेड हो जाती है इसलिए उसे फिर से बैकअप नहीं कर सकते। इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतनी पड़ती है।

यह रहे सभी प्रकार के Backup और उनके फायदे तथा नुकसानों में जानकारी।

5.Full PC Backup Or  Full Computer Backup 

फुल पीसी बैकअप उन बैकअप को कहा जाता है जिसमें कंप्यूटर हार्ड ड्राइव की एंट्री इमेज की बैकअप ली जाती है।न केवल इंडीविजुअल फाइल तथा फ़ोल्डर की इमेज ली जाती है। कंप्यूटर की एक ड्राइव मैच एक स्नैपशॉट की तरह होती है। इसे कहीं भी स्टोर कंप्रेस्ड तथा अन कंप्रेस्ड किया जा सकता है।

अगर हम किसी दूसरे फाइल बैकअप की बात करें जिसमें केवल डॉक्यूमेंट्, पिक्चर, वीडियो फाइल तथा म्यूजिक फाइल को रिस्टोर किया जा सकता है।लेकिन वही ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोग्राम इत्यादि को दूसरी बार रीइंस्टॉल करना पड़ता है। 

लेकिन फुल  पीसी बैकअप की मदद से  पूरी हार्ड ड्राइव को रीस्टोर कर सकते हैं।यदि उसका बैकअप एग्ज़ैक्ट स्टेट में मौजूद हो तो। दूसरे शब्दों में कहें तो फुल पीसी बैकअप की मदद से क्रैश कंप्यूटर को उसकी एग्ज़ैक्ट स्टेट में लाया जा सकता है। फुल पीसी बैकअप का दूसरा नाम ड्राइव इमेज बैकअपभी है।

Advantages (लाभ)

  • फुल पीसी बैकअप की मदद से किसी भी क्रैश कंप्यूटर को बड़ी ही आसानी से रिस्टोर किया जा सकता है। जहाँ आप का सारा डेटा सही सलामत रहेगा।
  • इसमें प्रोग्राम और परफॉर्म सेटिंग को इंस्टाल करने की कोई जरूरत नहीं होती। ये हार्ड ड्राइव फेल्यर के लिए एक आइडियलबैकअप सोल्यूशन है।

Disadvantages (हानि)

  • फुल पीसी बैकअप में आप किसी दूसरे मदरबोर्ड, सीपीयू,  डिस्प्ले एडेप्टर,  साउंड कार्ड इत्यादि से रिस्टोर नहीं कर सकते।
  • अगर कंप्यूटर में कोई प्रॉब्लम थी तथा कंप्यूटर क्रैश हो जाता है तो बैकअप के बाद भी बह प्रॉब्लम इस कंप्यूटर से ही रहेंगी।

5) Local Backup

जो स्टोरेज मीडियम को अपने पास रखता है उसे लोकल बैकअप कहा जाता है। इसमें सिक्योर कंप्यूटर के साथ स्टोरेज मीडियम को डाइरेक्टली प्लग दिया जाता है। इसमें फुल  बैकअप को लोकली सेव किया जाता है जिसमें मुख्यतःएसएसडी,  टेप ड्राइव इत्यादि शामिल होते हैं।

Local Backup के उदाहरण

  • Internal Hard Drive
  • External Hard Drive (Desktop Or Portable) 
  • Optical Drive (CDs DVDs And Blue Ray Discs) 
  • Sold State Drive (USB Thamb Drive Or Flesh Drive) 
  • Magnetic Tape Drive 

Advantages (लाभ)

  • लोकल मेकअप अच्छा प्रोटेक्शन प्रबंध करवाती है।
  • ये बहुत ही फास्ट रिस्टोर करता है तथा बहुत ही फास्ट बैकअप कर देता है।
  • लोकल बैकअप में हमारे पास फुल इंटरनल कंट्रोल, बैकअप स्टोरेज मीडिया के ऊपर तथा उसे डांटा की सिक्युरिटी पर भी पूरा कंट्रोल रहता है।

Disadvantages (हानि)

  • यह बैकअप को  अपने बहुत पास स्टोर करके रखती है जिसकी वजह से थेफ्ट, फायर,  फ्लड,  भूकंप और दूसरे नेचुरल डिजास्टर के प्रति अच्छा प्रोटेक्शन प्रोवाइड नहीं करवाती है। जब कहीं सिक्योर को हानि पहुंचती है कभी बैकअप को भी डैमेज पड़ता है।

यह रहे सभी प्रकार के Backup और उनके फायदे तथा नुकसानों में जानकारी।

बैकअप क्या है – FAQs 

Q. 1) बैकअप का मतलब क्या होता है?

Ans :- बैकअप का मतलब एक और एक से अधिक फाइल कॉपी करने से होता है। इन फाइल्स को एक ऑल्टरनेटिव के हिसाब से बनाया जाता है

Q. 2) बैकअप कितने प्रकार के होते हैं?

Ans :- वैसे तो Backup के कई प्रकार है लेकिन मुख्यत प्रकार Full Backup, Incremental Backup, Differential Backup, Local Backup है। 

Q. 3) दिन में कितने घंटे मोबाइल चलाना चाहिए?

Ans ;- एक दिन मे लगभग 1 से 2 घण्टे फोन चलाना चाहिए। 

Q. 4) मोबाइल को हिंदी में क्या कहते हैं?

Ans :- मोबाइल को शुद्ध हिंदी में चलंत दूरभाष यंत्र कहते हैं। 

Q. 5) डाटा रिकवरी से आप क्या समझते हैं?

Ans :- डेटा रिकवरी डिजिटल जानकारी को पुनर्प्राप्त(recovered) करने या पुनर्स्थापित(restore) करने की प्रक्रिया है जो अब किसी कारण से उपलब्ध नहीं है।

Q. 6) डाटा का बैकअप कैसे लेते हैं?

Ans :- Step 1 – सबसे पहले मोबाइल की Settings में जाएं ।

Step 2 – अब Backup & reset ऑप्शन पर क्लिक करें।

Step 3 – Backup & reset ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद मोबाइल बैकअप सेटिंग ओपन हो जाएगी सबसे ऊपर backup my data पर क्लिक करें और इसे ON करें।

Backup क्या है – सारांश

Backup को आधार मान कर आज का संपूर्ण लेख लिखा गया है जिसमे हमने Backup के बारे मे बहुत सी जानकारी क को उजागर किया है। इसमें हमने Backup क्या है इसके कितने प्रकार है तथा इनके Advantages तथा Disadvantages के बारे मे जनांकारी देने की कोशीश की है। हम आपसे उमीद करते है की आपको यह आर्टिकल पसन्द आया होगा तथा आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा । यदि आपको यह आर्टिकल पंसद आया हो तो इसे share जरूर करे।

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