SMPS क्या है और इसके कितने Types हैं? smps kya hai in hindi

SMPS क्या है और इसके कितने Types हैं? (smps kya hai in hindi)क्या कभी आपने SMPS के बारे में सुना है? क्या आप जानते हो की एसएमपीएस क्या है और इसके कितने प्रकार हैं? यदि आप इन सवालों के जवानों के बारे में नहीं जानते, तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आज हम आपको SMPS क्या है smps kya hai in hindi के बारे में पूर्ण रूप से बताने वाले हैं। इसके साथ एसएमपीएस के फायदे क्या हैं और इसका इस्तेमाल कहाँ होता है, आदि जैसे अन्य कई सारे सवालों के जवाब हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से देने वाले हैं।

आज के दौर में लगभग हर कोई कंप्यूटर और लैपटॉप जैसे डिवाइस का इस्तेमाल करता है। इन सभी डिवाइस को पावर देने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती है। लेकिन शायद आपको ज्ञात होगा कि हम इन डिवाइस को डायरेक्ट बिजली नहीं दे सकते। क्योंकि अगर हम ऐसा करेंगे तो इन डिवाइस के इंटरनल पार्ट जल जाएंगे यानी की short circuit हो जायेगा।

ऐसा इसलिए होगा क्योंकि यह इतनी हाई वोल्टेज बिजली को बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे।आज हम आपको इस विषय में बताने वाले हैं कि आपके घरों में, ऑफिस में और अन्य जगहों पर यूज़ होने वाले कंप्यूटर को बिजली किस तरीके से दी जाती है।इसलिए लेख को पढ़ने के बाद आप अच्छे से जान जाओगे कि SMPS किस तरीके से कंप्यूटर को उसकी आवश्यकता के अनुसार बिजली ट्रांसफर करता है।

साथ ही हम आपको बताएंगे कि एक कंप्यूटर डिवाइस को इस्तेमाल करने के लिए उसे कितनी बिजली की आवश्यकता होती। चलिए फिर जानते हैं कि SMPS क्या है smps kya hai in hindi और SMPS का Full Form क्या हैं?SMPS के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िएगा ताकि आपको सारी जानकारी बिल्कुल सही से प्राप्त हो।

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SMPS क्या है? smps kya hai in hindi

SMPS का पूरा नाम स्विच मोड पावर सप्लाई (Switch Mode Power Supply) है।यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसका इस्तेमाल कंप्यूटर के आंतरिक भाग जैसे की RAM, Transistor, Motherboard, और Fan आदि जैसे कई सारे हिस्सों में पावर सप्लाई करने के लिए किया जाता हैं।

SMPSका इस्तेमाल बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसका इस्तेमाल न सिर्फ कंप्यूटर डिवाइस में बल्कि घर में इस्तेमाल होने वाले कई सारे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है जैसे कि रेफ्रीजिरेटर,लैपटॉप,माइक्रोवे ओवन और डीटीएच आदि में होता हैं।

SMPS का काम होता है DC को AC में convert करना। DC यानी की इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड से आने वाले Direct Current और AC यानी Alternative Current होता हैं। जब main board की current कंप्यूटर तक आता है तो इस High Voltage करंट को यह SMPS खुद ब खुद Alternative Current में बदल दे सकता है।

कहने का अर्थ है की यदि बोर्ड से 240v की इलेक्ट्रिसिटी आ रही है तो SMPS इसे computer के अलग–अलग parts के जरूरत के अनुसार अलग–अलग वोल्टेज में बांट देता हैं। SMPS कभी AC को DC में या फिर कभी DC को AC मे कन्वर्ट करता है।

इसके लिए यह DIODE और Capacitor का उपयोग करता हैं। इलेक्ट्रिसिटी को अलग–अलग फॉर्म में बदलने की वजह से इसे Switch Mode Power Supply कहा जाता हैं।उम्मीद है की अब आप समझ गए होंगे की SMPS क्या है और यह कैसे काम करता हैं।

SMPS की जरूर आखिर क्यों है?

कई लोगों के मन में जरूर आता होगा की आखिर जब main switch से पावर आता है तो इस SMPS की आखिर जरूरत क्यों पड़ती है?तो हम आपको बताना चाहेंगे की कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अलग–अलग हिस्सों को जरूरत के हिसाब से बिजली की जरूरत होती है।

यह उपकरण इतने पावरफुल नही होते है की 220v या 240v बिजली को सहन कर सके।यदि इन उपकरणों को direct current दे दी जाए हो इसके इंटरनल पार्ट्स में शॉर्ट सर्किट हो जायेगा।इसलिए SMPS डायरेक्ट करेंट को कंट्रोल करने का काम करती हैं।इसलिए इसकी जरूरत बहुत ज्यादा हैं।आप कभी भी किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सीधे ही main board से कनेक्ट न करें।

AC और DC क्या हैं?

क्या आपने AC और DC के बारे में सुना है?यदि आप नही जानते हो की आखिर AC और DC क्या है तो आपको हम यही बताने जा रहे हैं।AC और DC करंट के दो प्रकार है।जी हां current के दो प्रकार है पहला AC यानी की Alternative Current और दूसरा DC यानी की Direct Current। आइए इसके बारे में थोड़ा सा और जान लेते हैं।

1.Alternative Current

इसे हिंदी में पप्रत्यावर्ती धारा कहा जाता है।Alternative Current में करंट एक निश्चित समय के बाद अपनी दिशा और मात्रा को बढ़ती है।Alternative Current का प्रवाह केवल एक ही दिशा में नही होता है।इसका प्रवाह positive और negative दोनो तरफ होता हैं।

Alternative Current को कही भी भेजा जा सकता है और इसकी प्रवाह करने की दूरी भी अधिक होती हैं।इसके साथ इस current की वोल्टेज को जरूरत के अनुसार कम या ज्यादा किया जा सकता है। Alternative Current को आसानी से जेनरेट किया जा सकता है इसलिए इसकी cost भी कम होती हैं।

Alternative Current के उदाहरण टीवी ,रिमोट, ,मिक्सर,ग्राइंडर,वाटर पंप,माइक्रवेव ओवन,कूलर,फैन और एलईडी आदि हैं। इन सभी में alternative current का इस्तेमाल किया जाता है

2.Direct Current

Direct Current यानी की दिष्ट धारा जिसके प्रवाह की दिशा और मात्रा में कोई भी बदलाव नही आता है।Direct Current का इस्तेमाल आज के समय में काफी ज्यादा हो रहा हैं और किसी भी उपकरण को चार्ज करने के लिए DC का ही इस्तेमाल किया जाता हे।

SMPS के Power Connectors कौन से हैं?

एसएमएस के पावर कनेक्टर्स का इस्तेमाल घर के कंप्यूटर के अलग अलग हिस्सों में पावर सप्लाई किया जाता है। पावर कनेक्टर्स कंप्यूटर के मदरबोर्ड, हार्ड डिस्क ड्राइव, फैन आदि हिस्सों में पावर सप्लाई करता पावर कनेक्टर पांच प्रकार के होते हैं।

  • ATX Power Connectors

इस पावर कनेक्ट का इस्तेमाल मदरबोर्ड को पावर सप्लाई करने के लिए किया जाता इन कनेक्टर्स के बीच में पिन कनेक्टर्स लगे होते हैं जिनकी संख्या 20 होती है।इस पिन कलेक्टर से 6 प्रकार के volts बाहर की ओर प्रवाह करते हैं।

  • 20 + 4 Pin ATX या Motherboard Connectors

Motherboard और उसके अन्य Components जैसे कि RAM, Low End Graphics Card, PCI Cards आदि को यह कनेक्टर पावर सप्लाई करता हैं।

  • CPU 4+ 4 Pin Connectors

यह पिन कनेक्टर CPU को पावर देता हैं।यह दो हिस्से में विभाजित होता है जिसमे 4–4 पिन लगे होते हैं।

  • SATA Power Connector

यह power connector कंप्यूटर के हार्ड डिस्क और डीवीडी रोम को पावर देने का कार्य करती हैं।

  • Peripheral 4 Pin Molex Connector

IDE DVD ROM,IDE Hard Disk और Fan आदि को powers इसी कनेक्टर के द्वारा सप्लाई किया जाता हैं। इसमें वही केबल इस्तेमाल होती है जो SATA कनेक्टर में होती हैं।इसमें 4 पिन लगे होते हैं।

SMPS फायदे कौन से है?

  • यह size में काफी छोटे है होते है।
  • साइज में छोटे होने की वजह से इनका भार भी काफी कम होता हैं।
  • यह काफी कम heat पैदा करते हैं।
  • इसके द्वारा high voltage को कंट्रोल किया जा सकता हैं।
  • इसकी output range भी काफी ज्यादा होती हैं।

SMPS के नुक्सान कौन से है?

  • इसके काफी ज्यादा functions होते है इसलिए इसका इस्तेमाल करना थोड़ा कठिन होता हैं।
  • यह काफी noise पैदा करते हैं।
  • Output Voltage इसमें एक ही होता हैं।
  • यह हार्मोनिक दिस्टोर्सन का कारण भी बन सकता हैं।

SMPS के कौन–कौन से Types है?

  1. DC से DC Converter
  2. Forward Converter
  3. Flyback Converter
  4. Self-Oscillating Flyback Converter

SMPS Types in Hindi चार प्रकार के है। आइए इसके बारे में आपको हम एक एक करके समझाते हैं।

  1. DC to DC Converter

SMPS का एक प्रकार DC से DC Converter भी हैं।यह एक विशेष तरह का कन्वर्टर है को एसी के रूप में आने वाली पॉवर को हाई वोल्टेज DC में बदलकर उसे फिल्टर करता हैं।इसके बाद हाई वोल्टेज DC को यह कन्वर्टर Step Down Transformer के प्राइमरी क्वाइलिंग से गुजरता है जो की 50Hz का होता हैं।

इसके बाद यह सेकंडरी लेवल पर वोल्टेज को convert करके फाइनल आउटपुट के रूप में पावर supply करता हैं।इस कन्वर्टर के द्वारा वोल्टेज को कंट्रोल किया जा सकता हैं।

2. Forward Converter
SMPS का अगला प्रकार Forward Converter है जो की Choke के द्वारा करंट का प्रवाह करती है फिर चाहे ट्रांजिस्टर अपना काम सही से करे या न करें।जब ट्रांजिस्टर पूरी तरह से काम करना बन्द कर देता है तो Diode द्वारा यह काम किया जाता हैं।ON पीरियड के दौरान Choke कुछ एनर्जी को स्टोर करके रखता है तो कुछ तो output load के पास भेज देता हैं।

3. Flyback Converter
ऐसी SMPS सर्किट जिनकी उत्पादन क्षमता 100W से कम होती है अक्सर Flyback Converter होती हैं।इनकी लागत भी कम होती है और दूसरे कन्वर्टर से सरल होती हैं।Flyback Converter में जब स्विच ON रहता है तो मैग्नेटिक फील्ड ऊर्जा को स्टोर करता हैं जो की inductor का होता हैं। Duty Cycle Output voltage को कंट्रोल करना ही इस कन्वर्टर का काम हैं।

4 Self-Oscillating Flyback Converter

Flyback के सिद्धांत पर काम करने वाला यह सबसे आसान कन्वर्टर हैं। Switching Transistor Linear एक slop के रूप में आगे बढ़ता है conduction के समय जो की Vin/LP होता हैं।

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Conclusion :–

SMPS क्या है आपको जरूर अच्छे से समझ आ गया होगा इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद।हमने इस लेख में SMPS क्या है के साथ–साथ SMPS के types कौन से है?इसके फायदे और नुक्सान क्या है? आदि जैसे कुछ और चीजों के बारे में आपको बिलकुल सरल शब्दों में बताने का प्रयास किया हैं।हम पूरी उम्मीद करते है की आपको हमारे द्वारा दी गई संपूर्ण जानकारी अच्छी लगी होगें।

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मेरा नाम पंकज कुमार है और मुझे इस ब्लॉग के माध्यम से अपने ज्ञान को इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के साथ बांटना पसंद है। इस ब्लॉग के जरिए मैं टेक्नोलोजी से संबंधित जानकारियां शेयर करता हूं।

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